72 साल बाद गोंदिया में कमल खिलाकर इतिहास कायम होने पर गोंदिया को सम्मान मिलना चाहिये
प्रतिनिधि।
गोंदिया। महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन के साथ ही, मंत्रिपद को लेकर भी आवाज उठाना शुरू हो गई है। एक तरफ कार्यकर्ता जोश में है तो दूसरी तरफ भाजपा पदाधिकारी भी गोंदिया को उसका सम्मान देने आलाकमान से मांग कर रहे है।
गोंदिया में महायुति से भाजपा प्रत्याशी रहकर विधानसभा चुनाव में कमल खिलाकर इतिहास बनाने वाले विनोद अग्रवाल को नई सरकार में मंत्रिपद देने गोंदिया नगर परिषद के पूर्व गटनेता घनश्याम पानतवने ने आवाज उठायी है।
पानतवने ने कहा, विनोद अग्रवाल को गोंदिया के प्रत्येक समाजवर्ग ने दिल खोलकर मतदान किया और सामने खड़े कांग्रेस के धन्ना सेठ प्रत्याशी को 61 हजार से अधिक मतों से पराजित कर कमल खिलाने का इतिहास रचा।
घनश्याम पानतवने ने आगे कहा, गोंदिया विधानसभा में भाजपा ने कभी इस सीट से जीत दर्ज नहीं की। 72 साल बाद जनता के आमदार ने अपने कार्यों की अमिट छाप छोड़कर कमल खिलान का इतिहास रचा।
निर्दलीय विधायक रहते हुए सिर्फ पांच सालों में विनोद अग्रवाल ने इतने जनविकास के कार्य किये जिसका लोहा पूरा क्षेत्र मान रहा है। गोंदिया विकास की प्रगति की ओर बढ़ रहा है। हर समाजवर्ग उनके कार्यो से खुश और संतुष्ट है। जनता ने जाती फेक्टर को दरकिनार कर, कांग्रेस के लालच से परे जाकर, बहुमतों से विजयी बनाया। ये जीत गोंदिया के लिए, हरसमाज वर्ग के लिए बड़ी उपलब्धि है।
आने वाले पांच साल गोंदिया की प्रगति के और गोंदिया को सुजलाम सुफलाम बनाने के होंगे। प्रत्येक समाजवर्ग को विकास की मुख्यधरा में लाने के होंगे। घनश्याम पानतवने ने कहा, आज लाडली बहनों को जो सम्मान विनोद अग्रवाल ने दिलाया, उसी का प्रतिफल है कि पूरे राज्य में बहनो ने कांग्रेस का तंबू उखाड़ दिया। गोंदिया में अहंकारी नेता को घर बैठा दिया।
घनश्याम पानतवने ने अंत मे कहा कि, जिस तरीके से जनता के विधायक विनोद अग्रवाल ने गोंदिया में विकासशील कार्य कर गोंदिया को प्रगति की ओर ले जाने का कार्य किया, वैसे ही वे अपनी कार्य कुशलता से राज्य को पुरोगामी विकास की ओर ले जाने में प्रयासशील रहेंगे ये विश्वास गोंदिया की जनता को है। विनोद अग्रवाल को राज्य में गठित होने वाली नई सरकार में मंत्रिपद मिलें और गोंदिया को उसका सम्मान मिलें यहीं भाजपा की, गोंदिया की जनता की मांग भाजपा नेताओं से है। गोंदिया की जनता चाहती है कि इस बार गोंदिया से ही मंत्री और पालकमंत्री हो।